अनुष्का अभी भी स्कूल यूनिफॉर्म में थी और रोते-रोते अटकते शब्दों से बोल रही थी,"मम्मा पा अनुष्का अभी भी स्कूल यूनिफॉर्म में थी और रोते-रोते अटकते शब्दों से बोल रही थी,"म...
अब उसे समझ आने लगा था कि पापा कितना दोगला व्यवहार करते थे। अब उसे समझ आने लगा था कि पापा कितना दोगला व्यवहार करते थे।
ख़ैर पुरोहित जी का आज का इस प्रकार का व्यवहार समझ में नहीं आया था ख़ैर पुरोहित जी का आज का इस प्रकार का व्यवहार समझ में नहीं आया था
अर्थात उनके साथ पूर्ववत व्यवहारिक अपेक्षा नहीं रखी जा सकती। अर्थात उनके साथ पूर्ववत व्यवहारिक अपेक्षा नहीं रखी जा सकती।
उस समय की शिक्षा की आज के समय में कल्पना कर पाना भी व्यर्थ है उस समय की शिक्षा की आज के समय में कल्पना कर पाना भी व्यर्थ है
उसके स्टूडेंट जिंदगी यहीं तक रह गई थी पर खूबसूरत लम्हें जिंदगी के अक्सर याद आ जाते है। उसके स्टूडेंट जिंदगी यहीं तक रह गई थी पर खूबसूरत लम्हें जिंदगी के अक्सर याद आ जा...